कंजूस दादा - Hindi Jokes Kanjoos Dada

महा कंजूस दादा को दाँत निकलवाने का खर्च दाँत के डॉक्टर ने 1200 रुपए बताया......  .।

दादा---" कोई सस्ता इलाज नहीं है डॉक्टर साहब ? "

डॉक्टर---" बिना एनेस्थेसिया के 300 रुपए में हो जाएगा मगर दर्द बहुत सहना होगा। "

दादा---" ठीक है डॉक्टर साहब, बिना एनेस्थेसिया वाला कीजिए। "

डॉक्टर ने किया.......।.. .... उसे बड़ा आश्चर्य हुआ कि, दादा दर्द से ज़रा भी नहीं कराहा, बल्कि मुस्कुराता ही रहा।...     ....

काम होने के बाद आश्चर्यचकित डॉक्टर ने 300 रुपए फीस भी नहीं ली ...........

बल्कि, अपनी तरफ से उसे 500 रुपए का ईनाम दिया....... कि, ऐंसा जाँबाज शख्स उसने जिंदगी में नहीं देखा।....   

शाम को डॉक्टर्स क्लब में अन्य डॉक्टर्स के साथ उसने दादा नामक पेशेंट की जाँबाजी का किस्सा शेयर किया।........

सारे डॉक्टर्स में से एक डॉक्टर उठा और चिल्लाया---" अरे, वो दादा हरामखोर पहले मेरे पास आया था।.... ...

मैंने उसे एनेस्थेसिया दिया........ और कहा कि, ..........वो आधा घंटा बाहर इन्तजार करे। .......

आधे घंटे बाद जब मैंने उसे बुलाया तो पता लगा कि,........ वो तो भाग गया है !!!!!!.... .... 

हर बाप का एक बाप होता है......

उसे हम दादा जी कहते है......

सबसे तेज क्या - Hindi Jokes sabse Tez Kya


एक बार कक्षा छठी में चार बालकों को परीक्षा मे समान अंक मिले,
अब प्रश्न खडा हुआ कि किसे प्रथम रैंक दिया जाये ।
स्कूल प्रबन्धन ने तय किया कि प्राचार्य चारों से एक सवाल पूछेंगे, जो बच्चा उसका सबसे सटीक जवाब देगा उसे प्रथम घोषित किया जायेगा ।
चारों बच्चे हाजिर हुए, प्राचार्य ने सवाल पूछा -
दुनिया में सबसे तेज क्या होता है ?
पहले बच्चे ने कहा,
मुझे लगता है -" विचार "सबसे तेज होता है,
क्योंकि दिमाग में कोई भी विचार तेजी से आता है, इससे तेज कोई नहीं ।
प्राचार्य ने कहा - ठीक है, बिलकुल सही जवाब है ।
दूसरे बच्चे ने कहा, मुझे लगता है -
" पलक झपकना "सबसे तेज होता है, हमें पता भी नहीं चलता और पलकें झपक जाती हैं और अक्सर कहा जाता है,"पलक झपकते"कार्य हो गया ।
प्राचार्य बोले - बहुत खूब, बच्चे दिमाग लगा रहे हैं ।
तीसरे बच्चे ने कहा -
" बिजली ", क्योंकि मेरे यहाँ गैरेज, जो कि सौ फ़ुट दूर है, में जब बत्ती जलानी होती है, हम घर में एक बटन दबाते हैं, और तत्काल वहाँ रोशनी हो जाती है,तो मुझे लगता है बिजली सबसे तेज होती है
अब बारी आई चौथे बच्चे की ।
सभी लोग ध्यान से सुन रहे थे,
क्योंकि लगभग सभी तेज बातों का उल्लेख तीनो बच्चे पहले ही कर चुके थे ।
चौथे बच्चे ने कहा -
सबसे तेज होते हैं "दस्त "
सभी चौंके
प्राचार्य ने कहा - साबित करो कैसे ?
बच्चा बोला,
कल मुझे दस्त हो गए थे, रात के दो बजे की बात है,
जब तक कि मैं कुछ " विचार " कर पाता,
या
" पलक झपकाता "
या कि
" बिजली " का स्विच दबाता
दस्त अपना " काम " कर चुका था ।
कहने की जरूरत नहीं कि
इस असाधारण सोच वाले बालक को ही
प्रथम घोषित किया गया।
दुनिया आज इस तेजस्वी बालक को अरविंद केजरीवाल के नाम से जानती है।