गब्बर की दीवाली - Hindi Joke on Diwali - Gabbar aur Kaliya

गब्बर: अरे ओ कालिया, दिवाली कब है रे?
कालिया : बस कल ही है सरकार और अभी तक अपनी गुफा में लाइटिंग भी नहीं लगी
गब्बर: हरामखोर सर्किट लगाकर पुलिस को अड्डे तक पहुंचाना चाहता है का...
कालिया : नहीं सरकार वो हमने सोचा जरा रोसनी रहेगी तो अच्छा रहेगा..
गब्बर: अरे उस फुलझड़ी बसंती को ले आओ, यहां आ ही गई तो रोसनी हो जाएगी...
कालिया : सरकार वो आ गई तो यहां पटाखे फूट जाएंगे़, वो रस्सी बम जय और वीरू भी पीछे आ जाएंगे...
गब्बर: अरे कहां हैं आजकल वो हरामखोर
कालिया : सरकार वो लोग तो आजकल रामगढ़ में पटाखे बेच रहे हैं और उनके बम बहुत बिक रहे हैं?
गब्बर: खामोश..हरामखोर..हमारे पास इतने पटाखे हैं और हमें छोडक़र लोग उनसे पटाखे खरीद रहे हैं।
कालिया : सरकार-आप कहें तो कल ही रामगढ़ में अपने पटाखों की दुकान लगा दें।
गब्बर: पटाखे छोड़ पहले उस फुलझड़ी बसंती को ले आ।
कालिया : सरकार दिवाली बाद उस बसंती से मेरा लगन करवा दो, तो जिंदगीभर
मैं आपके यहां गुलामी करूंगा।
गब्बर: कमीने, तो अभी गुलामी नहीं तो क्या कर रहा है और तेरी शादी और वो भी बसंती से!!!
कालिया :गुस्ताखी माफ सरकार, वो क्या है कि बहुत पसंद है फुलझड़ी।
गब्बर-तो करवाए देते हैं, आज रात जय और वीरू को पकड़ के ले आ कल ही बजा देंगे तेरी सहनाई......
कालिया :नहीं सरकार मैं मर जाऊंगा, मुझसे ये काम मत करवाओ। वो लौंडे बहुत खतरनाक हैं।
गब्बर: हरामखोर,ड्यूटी हमारी बजाता है और खतरनाक उन्हें बताता है..
कालिया-सरकार रहम, मैने आपका नमक खाया है
गब्बर: ले अब दिवाली पर मिठाई समझ के गोली खा!!!

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